एक स्वर
अभी दूसरा मित्र अपनी बात खत्म ही कर रहा था की तीसरा मित्र तपाक से बोल पड़ा की हम में से कोई बता सकता है कि आखिर हमारे देश के नेतागण कभी किसी मुद्दे पर एक मत रहे हैं या नही | तीसरे मित्र की बात खत्म होते ही चौथे मित्र ने बोला की मैं बता सकता हूँ कि अपने देश के नेतागण किस मुद्दे पर कभी एक मत हुए हैं | चौथे मित्र ने बोला कि वह मुद्दा है अपने देश के नेताओ के तनख्वाह व भत्ता बढ़ाने का मुद्दा या यों कहे अपने फायदे का मुद्दा |बोलो तुम लोग अपने देश के नेता इस एक मुद्दे पर एक एक मत रहते हैं की नही | जब भी संसद में यह मुद्दा किसी एक नेता के द्वारा लाया जाता है तो इसको बिना किसी बहस के अपने द्वारा स्वयंभू गठित कमेटी द्वारा दिए गए सुझावो को हरी झंडी दे दी जाती है और अगर कोई ऐसे मुद्दों का विरोध करता है तो उसका विरोध मात्र दिखावे का विरोध होता है | बताओ तुम लोग मेरी इस बात से सहमत हो की नही | सभी मित्रो ने कुछ देर तक उसकी बातों पर विचार किया और फिर एक स्वर में ही उसकी बातों का समर्थन अपने नेताओ के द्वारा फायदें के लिए किए जाने वाले मुद्दों की तरह किया|
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