Saturday, December 6, 2008

विचार प्रवाह DECEMBER ६

जब भी कोई घटना या दुर्घटना हो जाती है तो उसको लेकर बहस का दौर सुरु हो जाता है जैसे मुंबई पर ही आतंकवादी हमला हो उसको लेकर आम जनता से लेकर बुधाजिवियो तक में लेकर यह बहस छिड़ है की हम भारतीयों की कैसी सुरक्षा बयाव्स्था है जो की आतंकवादियों के द्वारा बार बार भेद दिया जाता है जबकि अमेरिका में एक ही बार आतंकवादियों के द्वारा हमला किया गया और अमेरिका ने ऐसा अभेद्ब्यास्था किया की आतंकवादियों के द्वारा आज तक नही भेद पाया गया , शायद लोगो की यह बात सही हो किन्तु इस संबंधन में हमें यह बात सदैव यह यद् रखनी चाहिए की आप कितना भी अभेद सुरक्षा बना लेवे लेकिन हमला करने वाला सैदेव आप के ऊपर होता है वह तो सदैव हमला करने के फिराक में लगा रहता है इस लिए उसके सफलता की दर सदैव ऊपर बनी रहेगी इस लिए किसी भी देश को इस मुगालते में नही रहना चाहिए की हमारी सुरक्षा अभेद है अगर एक ब्यक्ति यह सोच ले की हमें मरना है तो फिर वह बहुत से बिखरे लोगो पर भरी है यहाँ पर मेरे कहने का आशय यह नही है की हमें अपनी सुरक्षा नही करनी चाहिए बल्कि सुरक्षा से अधिक आवश्यक आतंकवादियों के गढ़ पर हमला करना , उनके विचारधाराओं पर पर हमला बोलना , सारे विश्व को एक साथ इस मुद्दे पर सोचना होगा तभी इस समस्या से निजात पाया जा सकता है नही तो यह आज भारत की ,अमेरिका की समस्या है तो कल के दिन सारे विश्व की समस्या होगी ।यदि विश्व के देश आज नही सम्हले तो कल के दिन उनको इस समस्या से जूझने के लिए तैयार रहना ही होगा क्योंकि आतंकी यह सोचते हैं की जो हम लोग सोच रहे हैं वही सही है बाकि सारे लोगों के सोच ग़लत हैं ।

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